प म ग म रे ग, प म ग म आssसा नि ध प म ग रे सा नि नि नि ...जिन ध्याना गुण गाना हुआ जबजीवन में है मेरे बहार आई होs मन ये मेरा हुआ मतवालापी के प्रभु नाम का प्यालाआन मिले सुख नाना .. ॥जिन..॥होs जिस दम सुने प्रभु के वचननऐसा लगा मिले जैसे रतननलाल भरा है खजाना ... ॥जिन..॥होs पूजन रची विमल बना है मनपाके प्रभु सफल हुआ जीवनआतम को पहचाना .. ॥जिन..॥