रंग मा रंग मा रंग मा रे प्रभु थारा ही रंग मा रंग गयो रे।आया मंगल दिन मंगल अवसर,भक्ति मा थारी हूं नाच रह्यो रे॥ प्रभु थारा..गावो रे गाना आतम राम का,आतम देव बुलाय रह्यो रे॥ प्रभु थारा..आतम देव को अंतर में देखा,सुख सरोवर उछल रह्यो रे॥ प्रभु थारा..भाव भरी हम भावना ये भायें,आप समान बनाय लियो रे॥ प्रभु थारा..समयसार में कुन्दकुन्द देव,भगवान कही न बुलाय रह्यो रे॥ प्रभु थारा..आज हमारो उपयोग पलट्यो,चैतन्य चैतन्य भासि रह्यो रे॥ प्रभु थारा..