हे शारदे माँ, हे शारदे माँ, अज्ञानता से हमें तार दे माँ॥मुनियों ने समझी, गुणियों ने जानी, शास्त्रों की भाषा, आगम की वाणी। हम भी तो जानें, हम भी तो समझें, विद्या का फ़ल तो हमें माँ तू देना॥तू ज्ञानदायी हमें ज्ञान दे दे, रत्नत्रयों का हमें दान दे दे। मन से हमारे मिटा दे अंधेरा, हमको उजालों का शिवद्वार दे माँ॥तू मोक्ष दायी ये संगीत तुझपे, हर शब्द तेरा है हर भाव तुझमें। हम हैं अकेले हम हैं अधूरे, तेरी शरण माँ हमें तार देना॥