तर्ज : गोरी तेर गांव बडा प्याराविश्व तीर्थ बडा प्यारा, अजब है नजारा, (आओ यहां रे)यहां मंदिर बना न्यारा, देश का प्यारा, (सुनों जरा रे) ॥टेक॥दूर दूर से आए मनीषी, जिन वचनामृत कहनेजड चेतन का चिन्ह बताकर, मोह अंधेरा हरनेसही शिव मार्ग बताने को, जैन ग्रंथ देखो, (गुरू कहे रे) ॥विश्व-१॥जिनवाणी के लाल बनों तुम, बन जाओ प्रभू जैसेसम्यक श्रद्धा गर हो जाए, भटकोगे तुम कैसेकुंदकुंद कहान के ये सपने, कैसे होंगे अपने, (सोचो जरा रे) ॥विश्व-२॥एक शुद्ध मैं, सदा अरूपी, गुरुवर का कहना हैमान ले भैया, बात प्रभू की, भवसागर तिरना हैले लो अब आत्म का सहारा, तीर्थ बडा प्यारा, (आओ यहां रे) ॥विश्व-३॥