विमला देवी बेटो जायो, श्री श्रेयांस मन नाँव धरायो, सब ही के मन भाइयाँ सो, मोरी आली आज बधाई गाईयाँ ॥१॥
इन्द्र सखी मिल नाचत गावत, तब लग तब लग मृदंग बजावत, घुंघरू ताल मजीरा बाजे, ताल देत है विविध भांति की, सब ही के मन भाइयाँ सो मोरी आली आज बधाई गाईयाँ ॥२॥
विमल राय राजा घर बाजत बधाईयाँ, वाह वाह जी वाह वाह, आये है गुणी सब गावन बधाईयाँ, वाह वाह जी वाह वाह, बाजत ताल मृदंग नौपत शहनाईयाँ, वाह वाह जी वाह वाह, दान दियो राजा श्रेयांस मन भाइयाँ, वाह वाह जी वाह वाह, सो मोरी आली आज बधाई गाईयाँ, आज बधाई नसियाँ माई, आज बधाई मंदिर माई, आज बधाई गाईयाँ ॥३॥