माता थारी परिणति तत्त्वमयी…पायों जिनवचनों ना सार माता संग चर्चा मां…माता थारी परिणति तत्त्वमयी ॥टेक॥समय नुसार आतम… समय नुसार आतम… माता मन भावें…राग से भिन्न ज्ञायक मात बतलावें ॥पायी तृप्ति अन्तर मां अविकारी माता संग चर्चा मां…माता थारी परणति तत्त्वमयी…पायों जिनवचनों ना सार माता संग चर्चा मां…माता थारी परणति तत्त्वमयी…शुद्ध स्वरूपी ज्ञायक… २ सहज अनूपा ।अरूपी अमूर्तिक सदा आनन्दरूपा ॥जाना निज स्वरूप सुखकार माता संग चर्चा मां…माता थारी परणति तत्त्वमयी…पायों जिनवचनों ना सार माता संग चर्चा मां…माता थारी परणति तत्त्वमयी…जो न करे कर्म… जो न करे कर्म नोकर्म परिणाम ।मात्र जाने न करें ज्ञानी आतमराम ॥पायों दिव्यध्वनि नों सार माता संग चर्चा मां…माता थारी परणति तत्त्वमयी…२पायों जिनवचनों ना सार माता संग चर्चा मां…माता थारी परणति तत्त्वमयी…