मतवाले प्रभु गुण गाले,ओ वीर गुण गाले, तू अपनी जुबान सेतुझको जाना ही पड़ेगा इस जहां से ॥टेक॥भूल गया जो तूने वादा किया थागाऊँगा गुण गाऊँगापूजा करूंगा तेरी साँझ और सवेरेध्याऊंगा तुझे ध्याऊंगाखाकर झूला, मन में फूला, तू आगे को भूलाजग से जोड़ी, मूरख तूने तोड़ी, लगन भगवान से ॥तुझे...१॥महल अटारी तेरी दौलत ये सारीकाम तेरे नहीं आएगीकी है भलाई तूने या की बुराईसाथ तेरे वो जाएगी जैसा करले वैसा भरले, तू हृदय में धर लेजैसा देगा, वहाँ वो मिलेगा, ये सुन ले तू ध्यान से ॥तुझे...२॥ कैसा अनाड़ी नहीं सोचा अगाडी, अंत समय क्या होएगाखाता खुलेगा तेरे कर्मों का इक दिन, सुन-सुन के तू रोएगापहले सोया, पीछे रोया, जो पाना था खोयाकीनी देरी, नजर तूने फेरी, प्रभु के गुणगान से ॥तुझे...३॥