(तर्ज : लिया प्रभू अवतार)आज खुशी है, आज खुशी है, तुम्हें खुशी है, हमें खुशी है,खुशियां अपरम्पार,जय-जयकार ! जय-जयकार ! जय-जयकार ॥टेक॥श्री जिनश्वर के दर्शन पावो, जिनशासन की महिमा गावो,शिवपुर पथ दरशाय,जय-जयकार ! जय-जयकार ! जय-जयकार ॥१॥प्रभु अब शुद्धातम बतलावो, चहुंगति दु:ख से शीघ्र छुड़ावो,दिव्य ध्वनि अमृत बरसावो, पावो केवल ज्ञान,जय-जयकार ! जय-जयकार ! जय-जयकार ॥२॥नव केवल लब्धि प्रगटावो, फिर योगों को नष्ट करावो,फिर विषयों से चित्त हटावो,पाओ पद निर्वाण,जय-जयकार ! जय-जयकार ! जय-जयकार ॥३॥शुद्धातम को लक्ष्य बनावो, निर्मल भेद ज्ञान प्रगटावो,अविनाशी सिद्ध पद को पाओ, कर लो आतम ज्ञान,जय-जयकार ! जय-जयकार ! जय-जयकार ॥४॥काम विकल्पों से नहीं होता, व्यर्थ मूर्ख ही बोझा ढोता,कर लो आतम ज्ञान,जय-जयकार ! जय-जयकार ! जय-जयकार ॥५॥