ज्ञानी की ज्ञान गुफा में, ज्ञायक राम बैठे हैं।भगवान बैठे हैं, सभी भगवान बैठे हैं। टेक।।ज्ञानी ने अपने ज्ञान में निज आत्मा देखा।पर से भिन्न स्वयं का निज शुद्धात्मा देखा।।ज्ञानी के केवलज्ञान में अरहंत बैठे हैं।अरहंत बैठे हैं, सभी भगवंत बैठे हैं।। ज्ञानी की ज्ञान…।।१।।सबसे ही सुन्दर ज्ञान की सुन्दरता को पाता;निज आत्मा की महिमा को निज ध्यान में ध्याता।ज्ञानी के रोम-रोम में, भगवंत बैठे हैं;भगवंत बैठे हैं, सिद्ध भगवंत बैठे हैं।।ज्ञानी की ज्ञान…।।२।।