साधना के रास्ते आत्मा के
Karaoke :
तर्ज : ऐ मेरे प्यारे वतन
साधना के रास्ते, आत्मा के वास्ते, चल रे राही चल ।
मुक्ति की मंजिल मिले, शान्ति की सरसिज खिले ॥
चल रे राही चल ॥टेक॥
कौन है अपना यहाँ, किसको पराया हम कहें ।
एक की आँखों में खुशियां, एक के आँसू बहैं ॥
आत्म के मंदिर चले, ज्योति से ज्योति जले ।
चल रे राही चल ॥१॥
ज्ञान ही अज्ञान था, तो भटकते थे हर जनम ।
छल कपट माया दुराचार, कर रहे थे हर कदम ॥
बात हो कल्याण की, हो शरण भगवान की
चल रे राही चल ॥२॥