मेरे मन मन्दिर में आन, बिराजो पार्श्वनाथ भगवान । बिराजो पार्श्वनाथ भगवान, बिराजो पार्श्वनाथ भगवानमेरे मन मन्दिर में आन, बिराजो पार्श्वनाथ भगवान ॥टेक॥अतुल ज्ञान बल रूप दिवाकर, शांति सुधा समता सुख सागर, निज स्वरूप के पुण्य प्रभाकर, कोटि सूर्य द्युतिमान ॥मेरे...१॥राज ताज तज विश्वाडम्बर, जन्म जात हो परम दिगम्बर, रागादिक पुद्गल पर मारी आतम ज्ञान कृपाण ॥मेरे...२॥कामधेनु से तुम हो प्रभुवर, जगत ज्योति चिंतामणि दिनकर, तुम कुबेर तुम कल्पवृक्ष हो, विश्व विभूति महान ॥मेरे...३॥वामदेव हो काम सुभट को, मन मतंग चंचल नटखट को, रत्नत्रय से जीत लिया, 'सौभाग्य' परम निर्वाण ॥मेरे...४॥