पर्व पर्युषण आया है, आया है भाई आया है धर्म की वर्षा लाया है लाया है भाई लाया है हमको जिन दर्शन मिले, जिनवाणी जिनशासन मिले ॥पर्व पर्युषण आया है, आया है भाई आया है ॥टेक॥भगवन तेरी महिमा अपरंपार,भक्ति से खुल जाऐ मुक्ति द्वारउपवास कर, विश्वास कर, प्रभु प्रेम का तू प्रयास करप्रभु भक्ति से, मधुबन खिले, प्रभु नयनों का, सावन मिलेपर्व पर्युषण आया है, आया है भाई आया है ॥१॥त्याग तपस्या संयम का त्यौहार,जिन आगम से मिला हमें उपहारहो साधना, आराधना, एकासना, व्रत पारणा,जैसा साधन, शक्ति मिले, वैसा उसका जीवन खिलेपर्व पर्युषण आया है, आया है भाई आया है ॥२॥सब धर्मों का क्षमा धर्म आधार,सृष्टि पे सब जीवों का अधिकारजय अहिंसा, परमो धरम्, जियो जीने दो- कहे जिन धरमआगम के अभ्यास से, आतम में परमातम मिलेपर्व पर्युषण आया है, आया है भाई आया है ॥३॥