nikkyjain@gmail.com

🙏
श्री
Click Here

पर्व दशलक्षण मंगलकार
Karaoke :
ब्र. श्री रवीन्द्र जी 'आत्मन्'

पर्व दशलक्षण मंगलकार, पर्व दशलक्षण आनन्दकार ।
अहो खुशी का अवसर आया, बोलो जय जयकार ॥टेक॥

है यह शाश्वत पर्व धार्मिक, शिवस्वरूप शिवकार ।
नहीं व्यक्ति, नहिं सम्प्रदाय का, सब ही को सुखकार ॥
पर्व दशलक्षण मंगलकार, पर्व दशलक्षण आनन्दकार ॥1॥

श्री जिनवर की पूजा करिये, विषय-कषाय विडार ।
सम्यक् भक्ति करो प्रभुवर की होओ भव से पार ॥
पर्व दशलक्षण मंगलकार, पर्व दशलक्षण आनन्दकार ॥2॥

जिनवाणी की चर्चा सुनिये, भाव विशुद्धि धार ।
तत्त्वों का सम्यक् निर्णयकर, भेदज्ञान अवधार ॥
पर्व दशलक्षण मंगलकार, पर्व दशलक्षण आनन्दकार ॥3॥

बैठ एकान्त विचार सु करिये, निज स्वरूप अविकार ।
निर्विकल्प आतम अनुभव कर, सफल करो अवतार ॥
पर्व दशलक्षण मंगलकार, पर्व दशलक्षण आनन्दकार ॥4॥

सम्यक्दर्शन ज्ञान सहित, उत्तम चारित्र विचार ।
क्रोधादिक दुर्भाव निवारो, धरो क्षमादिक सार ॥
पर्व दशलक्षण मंगलकार, पर्व दशलक्षण आनन्दकार ॥5॥

सत्य पंथ निर्ग्रन्थ दिगम्बर, संयम तप हितकार ।
त्याग-आकिंचन्य-ब्रह्मचर्य धर, सर्व द्वन्द निरवार ॥
पर्व दशलक्षण मंगलकार, पर्व दशलक्षण आनन्दकार ॥6॥

धर्म और धर्मी को समझो, तजो पक्ष दुःखकार ।
धर्मी के आश्रय से जीवन, होय धर्ममय सार ॥
पर्व दशलक्षण मंगलकार, पर्व दशलक्षण आनन्दकार ॥7॥

Close

Play Jain Bhajan / Pooja / Path

Radio Next Audio

देव click to expand contents

शास्त्र click to expand contents

गुरु click to expand contents

कल्याणक click to expand contents

अध्यात्म click to expand contents

पं दौलतराम कृत click to expand contents

पं भागचंद कृत click to expand contents

पं द्यानतराय कृत click to expand contents

पं सौभाग्यमल कृत click to expand contents

पं भूधरदास कृत click to expand contents

पं बुधजन कृत click to expand contents

पर्व click to expand contents

चौबीस तीर्थंकर click to expand contents

दस धर्म click to expand contents

selected click to expand contents

नित्य पूजा click to expand contents

तीर्थंकर click to expand contents

पाठ click to expand contents

स्तोत्र click to expand contents

द्रव्यानुयोग click to expand contents

द्रव्यानुयोग click to expand contents

द्रव्यानुयोग click to expand contents

loading