मंगल महोत्सव भला आ गया, देखो-३ जी आनंद छा गया ॥टेक॥बड़ा पुण्य अवसर यह आया, सिद्धचक्र का पाठ रचाया,पूजा रचाई थाल सजाया, प्रभुजी के सन्मुख अर्घ चढ़ाया,मोक्ष का मार्ग हमें भा गया ॥देखो...१॥प्रभुजी की पूजा यहाँ है होती, प्रभु की भक्ति यहाँ है होती,प्रभु की चर्चा यहाँ है होती, आतम चर्चा यहाँ है होती,आगम की चर्चा का अवसर आ गया ॥देखो...२॥