चलि सखि देखन
Karaoke :
चलि सखि देखन नाभिराय-घर, नाचत हरि नटवा ।
अद्भुत ताल मान शुभ लय युत, चक्त राग षटवा ॥
मणिमय नूपुरादि भूषन दुति, युत सुरंग पटवा ।
हरि कर नखन नखन पै सुरतिय, पण फेरत कटवा ॥
किन्नर कर धर बीन बजावत, लय लावत झटवा ।
'दौलत' ताहि लखे दृग तृपते, सूझत शिव-बटवा ॥