म्हारा आदीश्वर जी की सुन्दर मूरत ….म्हारे मन भाई जीम्हारे मन भाई म्हारे चित चाही, ….म्हारे मन भाई जी ।तीन छत्र वांके सिर सोहे,चौंसठ चंवर ढुराई जी, म्हारे....रत्न सिंहासन आप विराजो,नासा दृष्टि लगाई जी, म्हारे....सेवक अर्ज करे कर जोडे,आवागमन मिटाओ जी, म्हारे...