एक बार आओ जी महावीरा म्हांके पावनाथांकी घणीजी करां म्हें मनवार,घणा ही थांका लाड़ लडां ॥टेक॥म्हाके घरां आवोला मन-मंदिर में बिठाऊंगापूजा कर म्हें थारी भगवन् थांका ही गुण गाऊँगाअब तो दर्शन दे द्-यो जी एकबार घणा ही थांका लाड़ लडां ॥१॥थांका दर्शन खातिर म्हैं तो घणी दूर से आया जीअब तो दर्शन दे दे प्रभुजी थाकां ही गुण गावांजीम्हारी बिनती सुणों जी जिनराजघणा ही थांका लाड़ लडां ॥२॥हिंसा, झूठ चोरी को थे नाम निशान मिटायोजीतीन लोक थांका चरणां में झुक-झुक शीश नवायोजीअब तो शरण दे द्-यो जी महाराज, घणा ही थांका लाड़ लडांएक बार आओ जी महावीरा म्हांके पावनाथारी घणीजी करां म्हें मनवार,घणा ही थांका लाड़ लडां ॥३॥