जय श्री वीर जिनेन्द्र
Karaoke :
जय श्री वीर जिनेन्द्र चन्द्र, शत इन्द्र वन्द्य जगतारं ।
सिद्धारथ कुल कमल अमल रवि, भव-भूधर पवि भारं ।
गुन-मनि-कोष अदोष मोखपति, विपिन-कषाय-तुषारं ॥
मदन-कदन शिव-सदन पद नमति, नित अनमित यति सारं ।
रमा-अनन्त-कन्त अन्तक-कृत-अन्त जन्तु-हितकारं ॥
फन्द चन्दना कन्दन दादुर, दुरित तुरित निर्वारं ।
रुद्ररचित अतिरुद्र उपद्रव, पवन अद्विपति सारं ॥
अन्तातीत अचिन्त्य सुगुन तुम, कहत लहत को पारं ।
हे जगमौल ! 'दौल' तेरे क्रम, नमें शीश कर धारं ॥