दस धरम में बस क्षमा सिरताज है ।उस क्षमा का दिन सुहाना आज है ॥टेक॥क्रोध अरु मानादि, आतम के विभाव ।तो क्षमा आतमनिधि सुख साज है ।उस क्षमा का दिन सुहाना आज है ॥१॥क्रोध भूलें दान दें उत्तम क्षमा ।याचना से मान जाता भाग है ।उस क्षमा का दिन सुहाना आज है ॥२॥गर सभी सोचें, स्व-सुख अरु दुःख का मूल ।चहुं कषायों की असि आघात है ।उस क्षमा का दिन सुहाना आज है ॥३॥होगा ये अवसर, सफल नरभव सदा ।धोले अन्तर से कलुषता भाव है ।उस क्षमा का दिन सुहाना आज है ॥४॥