+ सानत्कुमार-माहेन्द्र स्वर्गों में उत्कृष्ट आयु -
सानत्कुमार-माहेन्द्रयो: सप्त ॥30॥
अन्वयार्थ : सानत्कुमार और माहेन्द्र स्वर्गों में देवों की उत्कृष्ट-आयु सात सागर है ।
Meaning : In Sânatkumâra and Mâhendra seven.

  सर्वार्थसिद्धि    राजवार्तिक 

सर्वार्थसिद्धि :

इन दो कल्‍पों में देवों की साधिक सात सागरोपम उत्‍कृष्‍ट स्थिति है।

अब बह्मलोक से लेकर अच्‍युत पर्यन्‍त कल्‍पों में स्थिति विशेष का ज्ञान कराने के लिए आगे का सूत्र कहते हैं–
राजवार्तिक :

सागर और अधिक पद का अनुवर्तन पूर्वसूत्र से हो जाता है। अतः सानत्कुमार और माहेन्द्र स्वर्ग में कुछ अधिक सात सागर स्थिति समझनी चाहिए ।