
सर्वार्थसिद्धि :
पर शब्द का अर्थ उत्कृष्ट है। तात्पर्य यह है कि व्यन्तरों की उत्कृष्ट स्थिति साधिक एक पल्योपम है। अब ज्योतिषियों की स्थिति कहनी चाहिए, अत: आगे का सूत्र कहते हैं - |
राजवार्तिक :
व्यन्तरों की उत्कृष्ट स्थिति एक पल्य से कुछ अधिक है। |