
सर्वार्थसिद्धि :
यहाँ 'मुहूर्ता' पद की अनुवृत्ति होती है और 'अपरा स्थिति:' पद की भी । अब स्थगित की गयीं प्रकृतियों की जघन्य स्थिति का कथन करने के लिए आगे का सूत्र कहते हैं - |
राजवार्तिक :
सूक्ष्मसाम्पराय गुणस्थान में नाम और गोत्र की जघन्य-स्थिति 8 मुहूर्त है। |