नाम-गोत्रयोरष्टौ ॥19॥
अन्वयार्थ : नाम और गोत्र की जघन्‍य स्थिति आठ मुहूर्त है ॥१९॥
Meaning : The minimum duration of the name-karma and the status-determining karma is eight muhûrtas.

  सर्वार्थसिद्धि    राजवार्तिक 

सर्वार्थसिद्धि :

यहाँ 'मुहूर्ता' पद की अनुवृत्ति होती है और 'अपरा स्थिति:' पद की भी ।

अब स्‍थगित की गयीं प्रकृतियों की जघन्‍य स्थिति का कथन क‍रने के लिए आगे का सूत्र कहते हैं -
राजवार्तिक :

सूक्ष्मसाम्पराय गुणस्थान में नाम और गोत्र की जघन्य-स्थिति 8 मुहूर्त है।