!! श्रीसर्वज्ञवीतरागाय नम: !!

श्रीमद्‌-भगवन्नेमिचन्द्र-प्रणीत

श्री
द्रव्यसंग्रह

मूल सौरसेणी प्राकृत गाथा और ब्रह्मदेव-सूरि (वि० सं० की १२वीं शताब्दी) कृत टीका सहित

आभार : पद्यानुवाद : आ. डाॅ. हुकमचंद भारिल्ल

  ब्रह्मदेव सूरि    आर्यिका ज्ञानमती