श्रीब्रह्मदेव
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श्रीसर्वज्ञवीतरागाय नम:
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श्रीमद्-भगवत्योगीन्दु-देव-प्रणीत
श्री
परमात्मप्रकाश
मूल प्राकृत गाथा,
आभार :
श्रीब्रह्मदेव