!! श्रीसर्वज्ञवीतरागाय नम: !!

श्रीमद्‌-भट्टारक-ज्ञानभूषण-प्रणीत

श्री
तत्त्वज्ञान-तरंगिणी

मूल संस्कृत गाथा

आभार : अनुवादक पंडित गजाधरलाल जी न्यायतीर्थ, पद्यानुवाद : बाल ब्रह्मचारिणी कल्पना बहन, सागर