+ नरक में गुणस्थानों में आलाप -
नरक में गुणस्थानों में आलाप

  विशेष 

विशेष :


गति मार्गणा के अनुवाद से नरकों में गुणस्थानों में आलाप
गुणस्थान जीवसमास पर्याप्ति प्राण संज्ञा गति इन्द्रिय काय योग वेद कषाय ज्ञान संयम दर्शन लेश्या भव्य सम्यक्त्व संज्ञी आहारक उपयोग
द्रव्य भाव
नारक सामान्य ६|६ १०|७ ११ (-२ औ.,२ आ.)
पर्याप्त (सं.प.) (प.) १० (४ म.,४ व.,वै.)
अपर्याप्त (सं.अ.) (अ.) (वै.मि.,का.)
मिथ्यादृष्टि सामान्य ६|६ १०|७ ११ (-२ औ.,२ आ.)
पर्याप्त (सं.प.) (प.) १० (४ म.,४ व.,वै.)
अपर्याप्त (सं.अ.) (अ.) (वै.मि.,का.)
सासादन (सं.प.) (प.) १० (४ म.,४ व.,वै.) (सा.)
सम्यग्मिथ्यादृष्टि (सं.प.) (प.) १० (४ म.,४ व.,वै.) (स.मि.)
असंयत सम्यग्दृष्टि सामान्य ६|६ १०|७ ११ (-२ औ.,२ आ.)
पर्याप्त (सं.प.) (प.) १० (४ म.,४ व.,वै.)
अपर्याप्त (सं.अ.) (अ.) (वै.मि.,का.)
प्रथम सामान्य ६|६ १०|७ ११ (-२ औ.,२ आ.)
पर्याप्त (सं.प.) (प.) १० (४ म.,४ व.,वै.)
अपर्याप्त (सं.अ.) (अ.) (वै.मि.,का.)
मिथ्यादृष्टि सामान्य ६|६ १०|७ ११ (-२ औ.,२ आ.)
पर्याप्त (सं.प.) (प.) १० (४ म.,४ व.,वै.)
अपर्याप्त (सं.अ.) (अ.) (वै.मि.,का.)
सासादन (सं.प.) (प.) १० (४ म.,४ व.,वै.) (सा.)
सम्यग्मिथ्यादृष्टि (सं.प.) (प.) १० (४ म.,४ व.,वै.) (स.मि.)
असंयत सम्यग्दृष्टि सामान्य ६|६ १०|७ ११ (-२ औ.,२ आ.)
पर्याप्त (सं.प.) (प.) १० (४ म.,४ व.,वै.)
अपर्याप्त (सं.अ.) (अ.) (वै.मि.,का.)
द्वीतीय सामान्य ६|६ १०|७ ११ (-२ औ.,२ आ.)
पर्याप्त (सं.प.) (प.) १० (४ म.,४ व.,वै.)
अपर्याप्त (सं.अ.) (अ.) (वै.मि.,का.)
मिथ्यादृष्टि सामान्य ६|६ १०|७ ११ (-२ औ.,२ आ.)
पर्याप्त (सं.प.) (प.) १० (४ म.,४ व.,वै.)
अपर्याप्त (सं.अ.) (अ.) (वै.मि.,का.)
सासादन (सं.प.) (प.) १० (४ म.,४ व.,वै.) (सा.)
सम्यग्मिथ्यादृष्टि (सं.प.) (प.) १० (४ म.,४ व.,वै.) (स.मि.)
असंयत सम्यग्दृष्टि १० ११ (-२ औ.,२ आ.)