विशेष :
| द्रव्य-प्रमाणानुगम |
| मार्गणा |
प्रमाण |
| गति |
नारकी |
सामान्य |
द्रव्य |
असंख्यात |
| काल |
असंख्यातासंख्यात अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
असंख्यात जगत्श्रेणी |
| तिर्यंच |
सामान्य |
द्रव्य |
अनन्त |
| काल |
> अनन्तानन्त अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
अनन्तानन्त लोकप्रमाण |
| पंचेन्द्रिय |
द्रव्य |
असंख्यात |
| काल |
असंख्याता-असंख्यात अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| मनुष्य |
सामान्य |
द्रव्य |
असंख्यात |
| काल |
असंख्यातासंख्यात अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
जगत्श्रेणी का असंख्यातवां भाग |
| पर्याप्त |
द्रव्य |
> कोडाकोडाकोड़ी < कोड़ाकोडाकोडाकोड़ी, छठे और सातवें वर्ग के बीच |
| देव |
सामान्य |
द्रव्य |
असंख्यात |
| काल |
असंख्यातासंख्यात अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
जगत्प्रतर / ( (२५६ अंगुल)^२) |
| भवनावासी |
द्रव्य |
असंख्यात |
| काल |
असंख्यातासंख्यात अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
असंख्यात जगत्श्रेणी, जगत्प्रतर का असंख्यातवां भाग |
| व्यन्तर |
द्रव्य |
असंख्यात |
| काल |
असंख्यातासंख्यात अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
जगत्प्रतर / ( (संख्यात सौ योजन)^२) |
| ज्योतिषी |
देवों के समान |
| सौधर्म-ईशान |
द्रव्य |
असंख्यात |
| काल |
असंख्यातासंख्यात अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
असंख्यात जगत्श्रेणी, जगत्प्रतर का असंख्यातवां भाग |
| सनत्कुमार, माहेन्द्र |
|
? |
| ब्रह्म, ब्रह्मोत्तर |
|
? |
| लान्तव, कापिष्ठ |
|
? |
| शुक्र, महाशुक्र |
|
? |
| शतार, सहस्रार |
|
? |
| आनत-अपराजित |
द्रव्य |
पल्य के असंख्यातवें भाग |
| काल |
? |
| सर्वार्थसिद्धि |
द्रव्य |
संख्यात |
| इन्द्रिय |
एकेन्द्रिय |
द्रव्य |
अनन्त |
| काल |
> अनन्तानन्त अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
अनन्तानन्त लोकप्रमाण |
| दो, तीन, चार, पंचेन्द्रिय |
द्रव्य |
असंख्यात |
| काल |
असंख्यातासंख्यात अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
? |
| काय |
पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, बादर वनस्पति प्रत्येक |
द्रव्य |
असंख्यात लोकप्रमाण |
| पृथ्वी, जल, प्रत्येक वनस्पति |
बादर, पर्याप्त |
द्रव्य |
असंख्यात |
| काल |
असंख्यातासंख्यात अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
? |
| अग्नि |
द्रव्य |
असंख्यात, ? |
| वायु |
द्रव्य |
असंख्यात |
| काल |
असंख्यातासंख्यात अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
असंख्यात जगत्प्रतर, लोक का असंख्यातवां भाग |
| वनस्पति |
निगोद |
द्रव्य |
अनन्त |
| काल |
> अनन्तानन्त अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
अनन्तानन्त लोकप्रमाण |
| त्रस |
द्रव्य |
असंख्यात |
| योग |
मनोयोगी, (सत्य, असत्य, उभय) वचनयोगी |
द्रव्य |
देवों का संख्यातवां भाग |
| वचनयोगी, अनुभय वचनयोगी |
द्रव्य |
असंख्यात |
| काल |
असंख्यातासंख्यात अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
? |
| काययोगी, (औदारिक, औदारिक-मिश्र, कार्मण) काययोगी |
द्रव्य |
अनन्त |
| काल |
> अनन्तानन्त अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
अनन्तानन्त लोकप्रमाण |
| वैक्रियिक |
देव-राशि - (देव-राशि / संख्यात) |
| वैक्रियिक-मिश्र |
देव-राशि / संख्यात |
| आहारक |
54 |
| आहारक-मिश्र |
संख्यात |
| वेद |
स्त्री |
देवियों से कुछ अधिक |
| पुरुष |
देवों से कुछ अधिक |
| नपुंसक |
द्रव्य |
अनन्त |
| काल |
> अनन्तानन्त अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
अनन्तानन्त लोकप्रमाण |
| अपगत-वेद |
अनन्त |
| कषाय |
क्रोध, मान, माया, लोभ |
द्रव्य |
अनन्त |
| काल |
> अनन्तानन्त अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
अनन्तानन्त लोकप्रमाण |
| अकषाय |
अनन्त |
| ज्ञान |
मत्यज्ञानी, श्रुताज्ञानी |
नपुंसक वेदी जीवों के समान, अनन्त |
| विभंगावधि |
देवों से कुछ अधिक |
| मति, श्रुत, अवधि |
द्रव्य |
पल्य के असंख्यातवें भाग |
| काल |
आवली का असंख्यातवां भाग, अंतर्मुहूर्त |
| मन:पर्यय |
संख्यात |
| केवल |
अनन्त |
| संयम |
संयत, सामायिक, छेदोपस्थापना |
पृथक्त्व कोटि |
| परिहार-विशुद्धि |
पृथक्त्व सहस्र |
| सूक्ष्म-साम्परायिक |
पृथक्त्व शत |
| यथाख्यात-विहार-शुद्धि |
पृथक्त्व शत सहस्र |
| संयातासंयत |
पल्य के असंख्यातवें भाग |
| असंयत |
मत्यज्ञानी के समान, अनन्त |
| दर्शन |
चक्षु-दर्शन |
द्रव्य |
असंख्यात |
| काल |
असंख्यातासंख्यात अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
? |
| अचक्षु-दर्शन |
असंयतों के समान, अनन्त |
| केवल-दर्शन |
केवल-ज्ञानियों के समान, अनन्त |
| लेश्या |
कृष्ण, नील, कापोत |
असंयतों के समान, अनन्त |
| पीत (तेजो) |
ज्योतिषी देवों के समान, असंख्यात |
| पद्म |
संज्ञी पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनिनीयों के संख्यातवें भाग |
| शुक्ल |
पल्य के असंख्यातावें भाग |
| भव्य |
भव्यसिद्धिक |
द्रव्य |
अनन्त |
| काल |
> अनन्तानन्त अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
अनन्तानन्त लोकप्रमाण |
| अभव्यसिद्धिक |
अनन्त |
| सम्यक्त्व |
सम्यक्त्वी, उपशम, क्षायिक, वेदक, सासादन-सम्यक्त्वी, सम्यग्मिथ्यादृष्टि |
पल्य के असंख्यातावें भाग |
| मिथ्यादृष्टि |
असंयमियों के समान, अनन्त |
| संज्ञी |
संज्ञी |
देवों से कुछ अधिक, असंख्यात |
| असंज्ञी |
असंयमियों के समान, अनन्त |
| आहार |
आहारक / अनाहारक |
द्रव्य |
अनन्त |
| काल |
> अनन्तानन्त अवसर्पिणी-उत्सर्पिणी |
| क्षेत्र |
अनन्तानन्त लोकप्रमाण |
|