विशेष :
| मूल संघ पट्टावली |
| केवल ज्ञानी |
0-12 वर्ष |
गौतम स्वामी |
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| 13-24 वर्ष |
सुधर्मा स्वामी / लोहार्य |
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| 24-62 वर्ष |
जम्बू स्वामी |
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| द्वादशांग धारी |
62-76 |
विष्णु |
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| 76-92 |
नन्दिमित्र |
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| 92-114 |
अपराजित |
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| 114-133 |
गोवर्धन |
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| 133-162 |
भद्रबाहु |
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| 10 पूर्व धारी |
162-172 |
विशाखाचार्य |
|
| 172-191 |
प्रोष्ठिल |
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| 191-208 |
क्षत्रिय |
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| 208-229 |
जयसेन |
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| 229-247 |
नागसेन |
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| 247-264 |
सिद्धार्थ |
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| 264-282 |
घृतसेण |
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| 282-295 |
विजय |
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| 295-315 |
बुद्धिलिंग |
|
| 315-329 |
देव |
|
| 329-345 |
धर्मसेन |
|
| 11 अंग |
345-363 |
क्षत्र |
|
| 11 अंग |
363-383 |
जयपाल |
|
| 11 अंग |
383-422 |
पांडु |
|
| 11 अंग |
422-436 |
ध्रुवसेन |
|
| 11 अंग |
436-468 |
कंस |
|
| 11 अंग |
468-474 |
सुभद्र |
|
| 10 अंग |
474-492 |
यशोभद्र |
|
| 9 अंग |
492-515 |
भद्रबाहु |
|
| 8 अंग |
515-565 |
लोहाचार्य |
|
| 1 अंग |
565-585 |
विनयदत्त |
|
| 1 अंग |
565-585 |
श्रीदत्त |
|
| 1 अंग |
565-585 |
शिवदत्त |
|
| 1 अंग |
565-585 |
अर्हदत्त |
|
| अंगांशधारी |
565-593 |
अर्हद्वालि |
|
| अंगांशधारी |
593-614 |
माघनन्दि |
|
| अंगांशधारी |
610-633 |
धरसेन |
|
| अंगांशधारी |
633-663 |
पुष्पदंत |
षट्-खण्डागम |
| अंगांशधारी |
614-683 |
भूतबलि |
महा-बंधो |
| अंगांशधारी |
645-654 |
जिनचंद |
|
| अंगांशधारी |
654-706 |
कुंदकुंद |
समयसार |
| अंगांशधारी |
600-660 |
आर्यमंक्षु |
|
| अंगांशधारी |
620-687 |
नागहस्ति |
|
| अंगांशधारी |
650-700 |
यतिवृषभ |
|
| अंगांशधारी |
706-770 |
उमास्वामी |
तत्त्वार्थ-सूत्र |
| अंगांशधारी |
700-740 |
रविषेण स्वामी |
|
| ईश्वी संवत |
120-185 |
समंतभद्र |
रत्न-करण्ड-श्रावकाचार |
|
220-231 |
लोहाचार्य |
|
|
231-289 |
यशकीर्ति |
|
|
289-386 |
यशोनन्दि |
|
|
336-386 |
देवनन्दि |
|
|
386-436 |
जयनन्दि |
|
|
436-442 |
गुणनन्दि |
|
|
422-464 |
ब्रजनन्दि |
|
|
464-505 |
कुमारनन्दि |
|
|
505-531 |
लोकचंद्र |
|
|
531-556 |
प्रभाचंद्र |
|
|
556-565 |
नेमिचंद्र |
|
|
565-586 |
भानुनन्दि |
|
|
586-603 |
सिंहनन्दि |
|
|
603-609 |
वसुनन्दि |
|
|
609-639 |
वीरनन्दि |
|
|
639-663 |
रत्ननन्दि |
|
|
663-679 |
माणिक्यनन्दि |
|
|
679-705 |
मेघचंद्र |
|
|
705-720 |
शान्तिकीर्ति |
|
|
720-758 |
मेरुकीर्ति |
|
|
770-860 |
वादिभसिंह |
|
|
770-860 |
सोमसेन |
|
|
770-860 |
गुणभद्र |
|
|
770-860 |
जिनसेन |
|
|
770-860 |
समंतभद्र |
|
|
818-878 |
जिनसेन |
|
|
820-878 |
दशरथ |
|
|
820-878 |
पद्मसेन |
|
|
820-878 |
देवसेन |
|
|
820-898 |
धर्मसेन |
|
|
870-898 |
गुणभद्र |
उत्तरपुराण, आदिपुराण |
|
905-955 |
अमृतचंद्र |
आत्मख्याति टीका |
|
923-960 |
माघवचंद |
त्रिलोकसार टीका |
|
923-960 |
नेमिचन्द सि. चक्र |
गोम्मटसार, लब्धिसार, त्रिलोकसार |
|
923-963 |
अमितगति |
योगसार प्राभृत |
|
930-950 |
अभयनन्दि |
जैनेद्र महावृति |
|
930-1023 |
पद्मनन्दि |
आविद्धकरण |
|
931 |
हरिषेण |
वृहत्कथा |
|
933-955 |
देवसेन |
दर्शनसार रचना |
|
935-999 |
मेघचन्द्र |
ज्वालामालिनी |
|
937 |
कुलभद्र |
सारसमुच्च्य |
|
939 |
इन्द्रनन्दि |
श्रुतावतार |
|
939 |
कनकनन्दि |
सत्वत्रिभंगी |
|
970 |
पोन्न |
शान्तिपुराण |
|
960-993 |
रत्न |
अजितनाथ पुराण |
|
950-990 |
रविभद्र |
आराधनासार |
|
950-990 |
वीरनन्दि |
आचारसार |
|
950-1020 |
प्रभाचन्द्र |
प्रमेय कमल मार्तण्ड |
|
974 |
महासेन |
प्रघुम्न चरित्र |
|
978 |
चामुण्डराय |
चारित्रसार |
|
981 |
नेमिचन्द्र सि. |
द्रव्य संग्रह |
|
923-1023 |
अमितगति |
श्रावकाचार |
|
987 |
हरिषेण |
धम्म परिरक्खा |
|
1023-1028 |
माणिक्यनन्दि |
परिक्षामुख |
|
1010-1065 |
वादिराज |
एकीभाव स्तोत्र |
|
1018 |
वीर कवि |
जम्बू स्वामी चरित्र |
|
1047 |
मल्लिषेण |
महापुराण |
|
1047 |
धवलचार्य |
हरिवंशपुराण |
|
उत्तरार्ध ईश्वी |
पद्मनन्दि |
पंच वंशतिका |
|
1066 |
श्री चन्द |
पुराण संग्रह |
|
1068 |
नेमिचन्द |
द्रव्य संग्रह |
|
1068-1118 |
वसुनन्दि |
प्रतिष्ठा पाठ |
|
1089 |
अग्गल कवि |
चन्द्र प्रभा चारित्र |
|
अन्तिम पाद ई. |
वृत्तिविलास |
धर्म परीक्षा |
|
1100 |
नामचन्द्र |
मल्लिनाथ पुराण |
|
ई.श. 11-12 |
जयसेन |
कुन्द्कुन्द त्रयी टीका |
|
ई.श. 11-12 |
वसुनन्दि |
श्रावकाचार |
|
1103 |
वादिभ सिंह |
स्याद्वाद सिद्धि |
|
1123 |
नयसेन |
धर्मामृत |
|
मध्यपाद |
योगचन्द्र |
दोहासार |
|
मध्यपाद |
अनन्तवीर्य |
प्रमेय रत्नमाला |
|
मध्यपाद |
पद्मप्रभ मल्ल्धारी |
नियमसार टीका |
|
1132 |
गुणधरकीर्ती |
अध्यात्म टीका |
|
1151 |
श्रीधर |
सुकुमाल चरित्र |
|
1173-1243 |
पं आशाधर |
सागार / अनगार धर्मामृत |
|
1185-1243 |
प्रभाचन्द |
क्रियाकलाप |
|
1189 |
अग्गल |
चन्द्र प्रभ पुराण |
|
अंतिमपाद |
नेमिचन्द्र |
कर्म प्रकृति |
|
1193-1260 |
माघनन्दि |
शास्त्रसार समुच्च |
|
1200 |
बन्धुवर्मा |
हरिवंश पुराण |
|
1200 |
शुभचन्द्र |
नर पिंगल |
|
ई.श. 12-13 |
रविचंद्र |
आराधना सार |
|
पूर्वपाद |
गुणभद्र |
धन्य कुमार चरित |
|
1213 |
माघव चन्द्र |
क्षपणसार |
|
मध्यपाद |
रामचन्द मुमुक्षु |
पुण्यास्रव कथा कोश |
|
उत्तरार्ध |
अर्हदास |
गुरुदेव चम्पू |
|
1393-1468 |
जिनदास |
जम्बू स्वामी चरित |
|
1387 |
धनपाल |
बाहुबलि चरित |
|
मध्यपाद |
प. योगदेव |
वारस अणुवेक्खा |
|
1448-1515 |
तारण स्वामी |
उपदेश शुद्ध सार |
|
1468-1498 |
ज्ञान भूषण |
तत्वज्ञान तरंगिनी |
|
1604 |
अकलंक |
शब्दानुशासान |
|
1605 |
चन्द्रप्रभ |
गोमटेश्वर चरित्र |
|
1602 |
ज्ञानकीर्ति |
यशोधर चरित्र |
|
1623-1643 |
पं बनारसीदास |
समयसार नाटक |
|
1623-1643 |
पं भगवतीदास |
दंडनासार |
|
मध्यपाद |
हेमराज पाण्डेय |
प्रवचनसार वचनिका |
|
मध्यपाद |
पं हीराचन्द |
पंचास्तिकाय टीका |
|
1642-1646 |
पं. जगन्नाथ |
सुख निधान |
|
1696 |
महीचन्द |
आदिपुराण |
|
1697 |
बुलकीदास |
पाण्डव पुराण |
|
ई.श. 17-18 |
संतलाल |
सिद्धचक्र विधान |
|
ई.18 पूर्वार्ध |
खुशालचन्द्र |
व्रतकथा कोष |
|
1716-1728 |
किशनसिंह |
क्रिया कोष |
|
1718 |
पं ज्ञानचंद्र |
पंचास्तिकाय टीका |
|
1718 |
पं मनोहरलाल |
धर्म परीक्षा |
|
1719-1766 |
पं टोडरमल |
सम्यकज्ञान चंद्रिका |
|
1720-1772 |
पं दौलतराम |
क्रिया कोष |
|
1721-1729 |
देवेंद्रकीर्ति |
विषायाहार पूजा |
|
1721-1740 |
जिनदास |
हरिवंश पुराण |
|
1722 |
दीपचंदशाह |
चिदविलास |
|
1724-1744 |
जिनसागर |
जिनकथा |
|
1724-1732 |
भूधरदास |
जिनशतक |
|
1730-1733 |
नरेन्द्र सेन |
प्रमाण प्रमेय |
|
1741 |
पं रूपचंद पाण्डेय |
स. ना. टीका |
|
1761 |
पं शिवलाल |
चर्चा संग्रह |
|
1770-1840 |
पं पन्नालाल |
राजवार्तिक टीका |
|
1780 |
पं गुमानीराम |
समाधिमरण |
|
1795-1867 |
सदासुख दास |
रत्नकरण्ड श्रावकाचार टीका |
|
1798-1866 |
दौलतराम |
छहढाला |
|