विशेष :
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एक अंतर्महुर्त मे लब्ध्यपर्याप्तक के संभव निरंतर क्षुद्र भव |
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क्रम |
मार्गणा |
एक अंतर्महुर्त के भव |
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नाम |
सूक्ष्म / बादर |
प्रत्येक मे |
योग (जोड़) |
| स्थावर |
1 |
पृथ्वी कायिक |
सूक्ष्म |
6012
| 66132 |
| 2 |
बादर |
6012 |
| 3 |
अप कायिक |
सूक्ष्म |
6012 |
| 4 |
बादर |
6012 |
| 5 |
तेज कायिक |
सूक्ष्म |
6012 |
| 6 |
बादर |
6012 |
| 7 |
वायु कायिक |
सूक्ष्म |
6012 |
| 8 |
बादर |
6012 |
| 9 |
वनस्पति साधारण |
सूक्ष्म |
6012 |
| 10 |
बादर |
6012 |
| 11 |
वनस्पति अप्रति प्रत्येक |
बादर |
6012 |
| विकलेंद्रिय |
12 |
द्वीन्द्रिय |
बादर |
80 |
180 |
| 13 |
त्रीन्द्रिय |
बादर |
60 |
| 14 |
चतुरिंद्रिय |
बादर |
40 |
| पंचेंद्रिय |
15 |
असंज्ञी |
बादर |
8 |
24 |
| 16 |
संज्ञी |
बादर |
8 |
| 17 |
मनुष्य |
बादर |
8 |
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कुल योग |
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66336 |
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