विशेष :
| देव-गति में व्यन्तर देव संबंधी आयु |
| प्रमाण - 1 (मू.आ. १११६-१७); 2 (त.सू. ४/३८-३९); 3 (ति.प. ४,५,६/गा), |
| 4 (त्रि.सा. २४०-२९३), 5 (द्र.सं./टी. ३५/१४२) |
| ति.प.गा |
अन्य प्रमाण |
नाम |
आयु |
| उत्कृष्ट |
जघन्य |
| 83 |
1,2 |
व्यंतर सामान्य |
1 पल्य |
10,000 वर्ष |
| 84 |
4,5 |
किन्नर आदि आठों इंद्र |
1 पल्य |
| 84 |
4,5 |
प्रतींद्र |
1 पल्य |
| समानिक |
1 पल्य |
| महत्तर देव |
1/2 पल्य |
| शेष देव |
यथायोग्य |
| 85 |
4 |
नीचोपपाद |
10,000 वर्ष |
| दिग्वासी |
20,000 वर्ष |
| अंतर निवासी |
30,000 वर्ष |
| कूषमांड |
40,000 वर्ष |
| उत्पन्न |
50,000 वर्ष |
| अनुत्पन्न |
60,000 वर्ष |
| प्रमाणक |
70,000 वर्ष |
| गंध |
80,000 वर्ष |
| महागंध |
84,000 वर्ष |
| भुजंग (जुगल) |
1/8 पल्य |
| प्रातिक |
1/4 पल्य |
| आकाशोत्पन्न |
1/2 पल्य |
| जंबू द्वीप के रक्षक |
| ति.प.४ गा. |
ति.प.५ गा. |
नाम |
आयु |
| उत्कृष्ट |
जघन्य |
| 76 |
|
महोराग |
1 पल्य |
10,000 वर्ष |
| 276 |
वृषभ देव |
| 1712 |
शाली देव |
|
51 |
अन्य सर्व द्वीप समुद्रों के अधिपति देव |
| देवियाँ |
| ति.प.४ गा. |
ति.प.५ गा. |
नाम |
आयु |
| उत्कृष्ट |
जघन्य |
| 1672 |
|
श्री देवी |
1 पल्य |
10,000 वर्ष |
| 1728 |
ह्रीं देवी |
| 1762 |
धृति देवी |
| 209 |
बला देवी |
| 258 |
लवणा देवी |
| इसी प्रकार अन्य सब देवियों की जानना |
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