सर्वार्थसिद्धि
राजवार्तिक
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वितर्क का लक्षण
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वितर्क: श्रुतम् ॥43॥
अन्वयार्थ :
वितर्क का अर्थ श्रुत है ॥४३॥
Meaning :
Vitarka is scriptural knowledge.
सर्वार्थसिद्धि
राजवार्तिक
सर्वार्थसिद्धि :
विशेष रूप से तर्कणा करना अर्थात् ऊहा करना वितर्क श्रुतज्ञान कहलाता है।
अब वीचार किसे कहते हैं यह बात अगले सूत्र द्वारा कहते हैं-
राजवार्तिक :
विशेष प्रकार से तर्कणा करना वितर्क है। वितर्क अर्थात् श्रुतज्ञान ।