
अथ चैव ते प्रदेशा: सविशेषा द्रव्यसंज्ञया भणिताः ।
अपि च विशेषा: सर्वे गुणसंज्ञास्ते भवन्ति यावन्तः ॥38॥
अन्वयार्थ : ऊपर जिन देशांशों का वर्णन किया गया है । वे देशांश गुण सहित हैं । गुण सहित उन्हीं देशांशों की द्रव्य संज्ञा है। उन देशांशों में रहने वाले जो विशेष हैं उन्हीं की गुण संज्ञा है ।