तेलोक्कपूयणीय अरहंते वंदिऊण तिविहेण
वोच्छं सामाचारं समासदो आणुपुव्वीयं ॥122॥
अन्वयार्थ :
तीन लोक में पूज्य अर्हन्त भगवान को मन-वचन-काय पूर्वक नमस्कार करके अनुक्रम से संक्षेप रूप में समाचार कहूँगा ।