+ पदविभागी समाचार -
उग्गमसूरप्पहुदी समणाहोरत्तमंडले कसिणे
जं आचरंति सददं एसो भणिदो पदविभागी ॥130॥
अन्वयार्थ : श्रमणगण सूर्योदय से लेकर सम्पूर्ण अहोरात्र निरन्तर जो आचरण करते हैं ऐसा यह पदविभागी समाचार है ।