एकस्याल्पा हिंसा ददाति कालेफलमनल्पम् ।
अन्यस्य महाहिंसा स्वल्पफला भवति परिपाके ॥52॥
है अल्प हिंसा भी किसी को, फल बहुत दे उदय में ।
पर महा हिंसा भी किसी को, अल्पफल दे उदय में ॥५२॥
अन्वयार्थ : [एकस्याल्पा हिंसा] एक जीव को तो थोडी हिंसा [ददाति कालेफलमनल्पम्] उदयकाल में बहुत फल देती है और [अन्यस्य महाहिंसा] दूसरे जीव को महान हिंसा भी [स्वल्पफला भवति परिपाके] उदयकाल में अत्यन्त थोड़ा फल देनेवाली होती है ।
Meaning : To one, trifling Himsa brings in time serious result; to another grievous Himsa at time of fruition causes small consequence.

  टोडरमल