
नवनीतं च त्याज्यं योनिस्थानं प्रभूतजीवानाम् ।
यद्वापि पिण्डsशुद्धौ विरुद्धमभिधीयते किञ्चित् ॥163॥
है बहुत जीवों का जनम, स्थल अत: मक्खन तजो ।
यों जो भि हैं आहार शुद्धि, के विरुद्ध सभी तजो ॥१६३॥
अन्वयार्थ : [च] और [प्रभूतजीवानाम्] बहुत जीवों का [योनिस्थानं] उत्पत्तिस्थानरूप [नवनीतं] मक्खन अथवा लौनी [त्याज्यं] त्याग करने योग्य है । [वा] अथवा [पिण्डशुद्धौ] आहार की शुद्धि में [यत्किचित्] जो किञ्चित् भी [विरुद्धं] विरुद्ध [अभिधीयते] कहा गया है [तत्] वह [अपि] भी त्याग करने योग्य है ।
Meaning : Butter is the birth place of numerous Jivas. It should also be renounced. Even when its substance is pure, it has been declared to be prohibited.
टोडरमल