
एया य कोडिकोडी, सत्ताणउदी, य सदसहस्साइं।
पण्णं कोडिसहस्सा, सव्वंगीणं कुलाणं य॥117॥
अन्वयार्थ : इस प्रकार पृथिवीकायिक से लेकर मनुष्य पर्यन्त सम्पूर्ण जीवों के समस्त कुलों की संख्या एक कोड़ाकोड़ी तथा सत्तानवे लाख और पचास हजार कोटि है ॥117॥
जीवतत्त्वप्रदीपिका