
ींर्खंधा असंखलोगा, अंडरआवासपुलविदेहा वि।
हेट्ठिल्लजोणिगाओ, असंखलोगेण गुणिदकमा॥194॥
अन्वयार्थ : स्कन्धों का प्रमाण असंख्यात लोकप्रमाण है और अंडर, आवास, पुलवि तथा देह ये क्रम से उत्तरोत्तर असंख्यात लोक-असंख्यात लोक गुणित हैं,्नयोंकि वे सभी अधस्तनयोनिक हैं - इनमें पूर्व-पूर्व आधार और उत्तरोत्तर आधेय हैं ॥194॥
जीवतत्त्वप्रदीपिका