
पंच णव दोण्णि अट्ठा-वीसं चउरो कमेण सत्तट्ठी ।
दोण्णि य पंच य भणिया, एदाओ उदयपयडीओ ॥36॥
अन्वयार्थ : [पंच णव दोण्णि अट्ठा-वीसं] पाँच, नौ, दो, अट्ठाईस, [चउरो कमेण सत्तट्ठी दोण्णि य पंच य भणिया एदाओ उदयपयडीओ] चार, सड़सठ, दो और पाँच - ये सब उदय प्रकृतियाँ हैं ॥३६॥