+ धर्मी का नामान्तर - -
पक्ष इति यावत् ॥22॥
अन्वयार्थ : [पक्षः] पक्ष [इति] इस प्रकार है [यावत्] जैसा धर्मी। (उसी धर्मी को पक्ष कहते हैं। पक्ष इस प्रकार धर्मी का ही पर्यायवाची नाम है।)
Meaning : The possessor-of-the-attribute (dharmī) itself is called the subject-of-inference (paksha).

  टीका