अथ पार्श्वनाथतीर्थस्यान्ते श्रीवर्द्धमाननामाऽभूत् ।
प्रियकारिण्यां सिद्धार्थभूपतेरन्त्यतीर्थकर: ॥३९॥
अन्वयार्थ : [अथ पार्श्वनाथ तीर्थस्यान्ते] तदनन्तर पार्श्वनाथ तेईसवें तीर्थकर के अनन्तर [सिद्धार्थ भूपते] सिद्धार्थ राजा की [प्रियकारिण्यां] प्रियकारिणी से [श्री वर्द्धमान नामा] श्री वर्द्धमान नाम के [अन्त्यतीर्थंकरः] अन्तिम तीर्थंकर [अभूत्] हुए ।