+ गुणस्थान में मूल-प्रकृतियों में स्थान-समुत्कीर्तन -
गुणस्थान में मूल-प्रकृतियों में स्थान-समुत्कीर्तन

  विशेष 

विशेष :


गुणस्थान में मूल-प्रकृतियों में स्थान-समुत्कीर्तन
गुणस्थान बंध-स्थान उदय-स्थान *उदीरणा सत्त्व
मिथ्यादृष्टि 7 / 8 8 8 8
सासादन
मिश्र 7
असंयत 7 / 8
संयतासंयत
प्रमत्त
अप्रमत्त 6 (8 - आयु,वेदनीय)
अपूर्वकरण 7 (8 - आयु)
अनिवृत्तिकरण
सूक्ष्म साम्पराय 6 (7 - मोहनीय)
उपशान्त मोह 1 (वेदनीय) 7 (8 - मोहनीय) 5 (6 - मोहनीय)
क्षीणकषाय 7 (8 - मोहनीय)
सयोग केवली 4 (अघातिया) 2 (नाम,गोत्र) 4 (अघातिया)
अयोग केवली 0 0
*उदयावलि में उदीरणा का अभाव है