विशेष :
कहाँ से |
अगले भव में कहाँ तक जा सकते हैं |
असंज्ञी पंचेन्द्रिय तिर्यंच |
पहला नरक |
सरी सर्प (पेट के बल चलने वाले) |
दूसरा नरक |
गिद्ध पक्षी |
तीसरा नरक |
सर्प, अजगर आदि |
चौथा नरक |
सिंह, क्रूर तिर्यंच |
पांचवां नरक |
स्त्री |
छठा नरक |
मनुष्य, मच्छ |
सातवां नरक |
वैमानिक देव, १-३ नरक |
तीर्थंकर |
चौथा नरक |
मोक्ष, तीर्थंकर नहीं |
पांचवां नरक |
महाव्रती, मोक्ष नहीं |
छठा नरक |
देशव्रत, महाव्रत नहीं |
सभी देव, देवियाँ |
मोक्ष |
१ स्वर्ग से नौ ग्रैवेयिक |
नारायण, प्रतिनारायण |
परिव्राजक |
पांचवें स्वर्ग |
आजीविक सम्प्रदाय के साधु |
१२वें स्वर्ग |
श्रावक |
१६वें स्वर्ग |
निर्ग्रन्थ द्रव्य-लिंगी |
नौ ग्रैवेयिक |
पंचम काल का मनुष्य |
१६वें स्वर्ग तक |
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