+ सासादन के सत्व में 4 स्थान / 12 भंग -
सासादन के सत्व में 4 स्थान और 12 भंग

  विशेष 

विशेष :


सासादन गुणस्थान के सत्व में 4 स्थान और उनके 12 भंग
बद्धायुष्क अबद्धायुष्क
स्थान भंग असत्व विशेष स्थान भंग असत्व विशेष
141 5 7 (तीर्थंकर, आहारक-चतुष्क, आयु २) चारों गति के बद्धायुष्क (तिर्यञ्चायु+३ [नरकायु,मनुष्यायु,देवायु], मनुष्य+२[नरकायु,देवायु]) 140 4 8 (तीर्थंकर, आहारक-चतुष्क, आयु ३) चारों गति के अबद्धायुष्क
145 1 3 (तीर्थंकर, २ आयु) देवायु की सत्व वाला मनुष्य 144 2 4 (तीर्थंकर, ३ आयु) अबद्धायुष्क मनुष्य
अबद्धायुष्क देव