+ अविरत-सम्यक्त्वी के सत्व में 40 स्थान / 120 भंग -
अविरत-सम्यक्त्वी के सत्व में 40 स्थान और उनके 120 भंग

  विशेष 

विशेष :


अविरत-सम्यक्त्वी गुणस्थान के सत्व में 40 स्थान और उनके 120 भंग कुल
अनंतानुबंधी के सत्व सहित अनंतानुबंधी विसंयोजक क्षायिक-सम्यक्त्व प्रस्थापक कृतकृत्य वेदक क्षायिक सम्यक्त्वी
तीर्थंकर, आहारक-४ सहित बद्धायुष्क स्थान 146 (-तिर्यञ्च-1 आयु) 142 (-अनंतानुबंधी ४) 141 (-मिथ्यात्व) 140 (-मिश्रमोहनीय) 139 (-सम्यक्त्व)
भंग 2 (मनु.<->देव, मनु.<->नरक) 2 (भु. मनु. ब. देव/नरक) 2 (भु. मनु. ब. देव/नरक) 2 (भु. मनु. ब. देव/नरक) 2 (मनु.<->देव, मनु.<->नरक) 10
अबद्धायुष्क स्थान 145 141 140 139 138
भंग 3 (भु. मनु./देव/नरक) 3 (भु. मनु./देव/नरक) 1 (भु. मनु.) 3 (भु. मनु./देव/नरक) 3 (मनु.<->देव, मनु.<->नरक) 13
तीर्थंकर रहित बद्धायुष्क स्थान 145 (चारों गति के बद्धायुष्क) 141 (चारों गति के बद्धायुष्क) 140 139 (-मिश्रमोहनीय) 138 (क्षायिक सम्यक्त्वी)
भंग 5 (तिर्यञ्च+३[नरक,मनु.,देव], मनुष्य+२[नरक,देव]) 5 (तिर्यञ्च+३[नरक,मनु.,देव], मनुष्य+२[नरक,देव]) 3 (भु. मनु., ब. तीनों) 3 (भु. मनु., ब. तीनों) 4 (नरक<->मनुष्य, देव<->मनुष्य, तिर्यञ्च->देव, मनुष्य->तिर्यञ्च) 20
अबद्धायुष्क स्थान 144 140 139 138 137
भंग 4 (चारों गति के अबद्धायुष्क) 4 (चारों गति के अबद्धायुष्क) 1 (भु. मनु.) 4 (चारों गति के प्रतिष्ठापक) 4 (चारों गति के क्षायिक सम्यक्त्वी) 17
आहारक चतुष्क रहित बद्धायुष्क स्थान 142 138 137 136 135
भंग 2 (मनु.<->देव, मनु.<->नरक) 2 (भु. मनु. ब. देव/नरक) 2 (भु. मनु. ब. देव/नरक) 2 (भु. मनु. ब. देव/नरक) 2 (मनु.<->देव, मनु.<->नरक) 10
अबद्धायुष्क स्थान 141 137 136 135 134
भंग 3 (भु. मनु./देव/नरक) 3 (भु. मनु./देव/नरक) 1 (भु. मनु.) 3 (भु. मनु./देव/नरक) 3 (भु. मनु./देव/नरक) 13
तीर्थंकर, आहारक-४ रहित बद्धायुष्क स्थान 141 137 136 135 134
भंग 5 (तिर्यञ्च+३[नरक,मनु.,देव], मनुष्य+२[नरक,देव]) 5 (तिर्यञ्च+३[नरक,मनु.,देव], मनुष्य+२[नरक,देव]) 3 (भु. मनु., ब. तीनों) 3 (भु. मनु., ब. तीनों) 4 (नरक<->मनुष्य, देव<->मनुष्य, तिर्यञ्च->देव, मनुष्य->तिर्यञ्च) 20
अबद्धायुष्क स्थान 140 136 135 134 133
भंग 4 (चारों गति के अबद्धायुष्क) 4 (चारों गति के अबद्धायुष्क) 1 (भु. मनु.) 4 (चारों गति के प्रतिष्ठापक) 4 (चारों गति के क्षायिक सम्यक्त्वी) 17
भु.=भुज्यमान, ब.=बध्यमान, मनु.=मनुष्यायु