विशेष :
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नव प्रतिनारायण निर्देश |
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| वर्तमान-भव |
नाम |
अश्वग्रीव |
तारक |
मेरक / मधु |
मधुकैटभ / मधुसूदन |
निशुम्भ / मधुक्रीड़ |
बलि / निशुम्भ |
प्रहरण / प्रह्लाद / बलीद्र |
रावण / दशानन |
जरासंघ |
| नगर |
अलका |
विजयपुर / भोगवर्धन |
नन्दनपुर / रत्नपुर |
पृथ्वीपुर / वाराणसी |
हरिपुर / हस्तिनापुर |
सूर्यपुर / चक्रपुर |
सिंहपुर / मन्दरपुर |
लंका |
राजगृह |
| शरीर |
स्वर्णवत्, समचतुरस्र संस्थान, वज्रऋषभ नाराच संहनन |
| उत्सेध |
८० धनुष |
७० धनुष |
६० धनुष |
५० धनुष |
४५ धनुष |
२९ धनुष |
२२ धनुष |
१६ धनुष |
१० धनुष |
| आयु |
८४ लाख वर्ष |
७२ लाख |
६० लाख |
३० लाख |
१० लाख |
६५००० |
३२००० |
१२००० |
१००० |
| निर्गमन |
सप्तम नरक |
षष्टम नरक |
षष्ठ / सप्तम नरक |
षष्ठम नरक |
पंचम नरक |
चतुर्थ नरक |
तृतीय नरक |
| कई भव पहिले |
नाम |
विशाखनन्दि |
विन्ध्यशक्ति |
चण्डशासन |
राजसिंह |
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मन्त्री |
नरदेव |
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| नगर |
राजगृह |
मलय |
श्रावस्ती |
मलय |
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सारसमुच्चय |
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