+
धर्म द्रव्य का लक्षण
-
(दोहरा)
जैसैं सलिल समूहमैं, करै मीन गति-कर्म ।
तैसैं पुदगल जीवकौं, चलनसहाई धर्म ॥२२॥
अन्वयार्थ :
(दोहरा)
जैसैं सलिल समूहमैं, करै मीन गति-कर्म ।
तैसैं पुदगल जीवकौं, चलनसहाई धर्म ॥२२॥