जो परमप्पा सो जि हउँ, जो हउँ सो परमप्पु
इउ जाणेविणु जोइया, अण्णु म करहु वियप्पु ॥22॥
है आतमा परमातमा परमातमा ही आतमा
हे योगिजन ! यह जानकर कोई विकल्प करो नहीं ॥
अन्वयार्थ : [जो परमप्पा सो जि हउँ] जो परमात्मा है वही मैं हूँ और [जो हउँ सो परमप्पु] जो मैं हूँ वही परमात्मा है - [इउ जाणेविणु जोइया] ऐसा जानकर हे योगी ! [अण्णु म करहु वियप्पु] अन्य कुछ भी विकल्प मत करो ।