+ शंकाकर - अखण्ड वस्तु में भेद कल्पना क्यों ? -
एकस्मिन्निह वस्तुन्यनादिनिधने च निर्विकल्पे च ।
भेदनिदानं किं तद्येनैतज्जृम्भते वचस्त्विति चेत् ॥23॥
अन्वयार्थ : वस्तु एक अखण्ड द्रव्य है । वह अनादि है, अनन्त है, और निर्विकल्प भी है । ऐसी वस्तु में भेद का क्या कारण है जिससे कि तुम्हारा उपर्युक्त कथन सुसंगत हो ।