+ व्यतिरेक और क्रम में पारमार्थिक भेद क्या है? -
ननु यद्यस्ति स भेदः श्ब्दकृतो भवतु वा तदेकार्थात् ।
व्यतिरेकक्रमयोरिह को भेदः पारमार्थिकस्त्विति चेत्‌ ॥170॥
अन्वयार्थ : यदि व्यतिरेक और क्रम में कोई भेद है तो शब्दकृत ही रह आवे, क्‍योंकि इन दोनों का एक ही अर्थ है। अब यदि पारमार्थिक भेद है तो बतलाना चाहिये कि वास्तव में इनमें क्या भेद है ?